आवश्यकता का वर्गीकरण अर्थशास्त्रियों ने तीन
भागों में किया है
अनिवार्य आवश्यकताएं : अनिवार्य आवश्यकताएं जिनकी
संतुष्टि जीवित रहते कार्य क्षमता को बनाए रखने तथा समाज के रीति रिवाज का
पालन करने के लिए जरूरी है जैसे भोजन कपड़ा मकान। अनिवार्य आवश्यकताएं तीन
प्रकार के होते हैं
जीवन रक्षक आवश्यकताएं: जीवन
रक्षक आवश्यकताएं विशेषताएं हैं जिनको संतुष्ट के बिना हम जीवित नहीं रह
सकते जैसे कि भोजन की जरूरत
निपुणता रक्षक आवश्यकताएं वह सकता है जिन्हें
संतुष्ट के बिना हम अपनी कार्यकुशलता को कायम नहीं रख सकते जैसे हवा धार्मिका
तथा चिकित्सा के उचित प्रबंध
प्रतिष्ठान आवश्यकताएं जिनकी समाज में अपनी
प्रतिष्ठा रख सकता
हमारे समाज के रीति-रिवाजों से होता है जैसे मृत्यु होने पर ब्राह्मणों को
भोजन कराना शादी में दहेज देना।
सुखदायक वह
आवश्यकताएंहैं जिनकी संतुष्टि सुख प्राप्त करने कार्यकुशलता को बढ़ाने तथा
जीवन को शिष्ट बनाने के लिए जरूरी है जैसे गर्मियों में बिजली के पंखे कूलर
सर्दियों में हीटर आदि की जरूरत
विलासिता की आवश्यकता
हैं जिनका
संतुष्टि मनुष्य की शान शौकत में वृद्धि करती है यह दो प्रकार की होती है
HARMLESS :जिसके प्रयोग से मनुष्य की
शान शौकत में बढ़ोतरी होती है होती है परंतु कार्यकुशलता कम नहीं होतीI
हानिकारक ( HARMFUL)जिनकी संतुष्टि होने पर
कार्यकुशलता कम हो जाती है कीमती शराब और नशीली वस्तुओं का उपभोग i
वर्गीकरण का आधार ( BASIS OF CLASSIFICATION )
कार्यकुशलता का आधार
सुख-दुख काआधार
मांगका आधार
वर्गीकरण का आधार ( BASIS OF CLASSIFICATION
आवश्यकताका वर्गीकरण सापेक्षिक
CLASSIFICATION OF WANTS IS REALTIVE
एक ही वस्तु अलग-अलगसतिथियों
मेंअनिवार्य आवश्यकताएं,सुखदायक AND
विलासिताहो सकते हैं
I यह कई तत्व पर निर्भर करता
है उन तत्वों में परिवर्तन आने से वर्गीकरण में भी परिवर्तन आ जाता है जैसे
कि एक निर्धन व्यक्ति के लिए एप्पल का फोन एक विलास का है एक धनी व्यक्ति के
लिए सुखदाई हैi
आय ( INCOME) का अब
शब्दों के वर्गीकरण पर काफी प्रभाव पड़ता है कम आय वाले व्यक्ति के लिए फ्रिज
एकविलासiता है , मध्यमा के लिए सुखदायक है
अधिकार के लिए फ्रिज अनिवार्य हैi
व्यवसाय ( OCCUPATION )मनुष्य का भी वर्गीकरण पर प्रभाव पड़ता है एक डॉक्टर के लिए टेलिफोन
अनिवार्य है एक साधारण प्रकाश के लिए सुखदायक है एक अध्यापक के लिए विलासिता
की वस्तु है
SOCIAL STATUS (सामाजिक
स्तर) :-मनुष्य के सामाजिक स्तर का भी वर्गीकरण पर प्रभाव
पड़ता है एक बड़े बिजनेसमैन के लिए आलीशान बंगला जरूरी है एक जनरल मैनेजर के
लिए सुखदायक है
आदतें ( HABITS):जिस व्यक्ति
को चाय पीने की आदत है उसके लिए चाय की आवश्यकता अनिवार्य है एक निर्धन जिसे
चाय की आदत नहीं है उसके लिए भी विलासिता
व्यक्तिगत दृष्टिकोण ( INDIVIDUAL
OUTLOOK) :-एक महिला के लिए एक शौकीन महिला के लिए सेंट सुखदाई है Iपरंतु एक सादा जीवन बिताने वाली महिला के लिए यह एक विलासIता हैi
रुचि फैशन तथा रिती रिवाज (TASTE,FASHION AND CUSTOMS) :- जैसे
क्रिकेट के खिलाड़ी के लिए क्रिकेट का बल्ला जरूरी है Iफैशन करने
वाली महिला के लिए फैशनेबल कपड़े जरूरी है।
समय :समय
के साथ आवश्यकताओं की वर्गीकरण में भी तब्दीली आ जाती है आज से 50 साल
पहले भारत में का एक विलासिता की वस्तु थी क्रोकरी परंतु आजकल हर एक के लिए
जरूरी हो गई है।
स्थान (PLACE):प्रत्येक स्थान की स्थिति अलग होती है उनका भी वर्गीकरण पर प्रभाव पड़ता
है Iदक्षिण भारत में दिसंबर तथा जनवरी में ठंड नहीं पड़ती ,लेकिन पंजाब तथा हरियाणा में गर्म कपड़े आरामदायक तथा अनिवार्य हैं
वस्तु की कीमत ( COMMODITY PRICE)का भी
वर्गीकरण पर प्रभाव पड़ता है कम कीमत वाली अधिकतर वस्तुएं आवश्यकता की
वस्तुएं होती हैं Iमध्यम कीमत
वाली वस्तुएं सुखदायक वस्तुएं होती हैं। अधिक कीमत वाली विलासिता होती हैi
वस्तु की मात्रा ( QUANTITY OF
COMMODITY):किसी वस्तु की मात्रा का भी वर्गीकरण पर प्रभाव
पड़ता हैIएक गरीब
व्यक्ति के लिए 1 जोड़ी जूते जरूरी है,परंतु एक
मध्यम आय के लिए दो जोड़े सुखदायक है Iएक अमीर
व्यक्ति के लिए महंगे जूते और कई प्रकार के जूतेविलासिता I
आर्थिक विकास : ECONOMCI
DEVELOPMENT:विकसित
देशों जैसे अमेरिका में का का होना जरूरी है कार कार का होना जरूरी है परंतु
अल्पविकसित देशों के लिए यह एक विलासिता हैI
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